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दुख ही सच्चा मित्र है - गीत - स्नेहलता "स्नेह"
पैर छलनी रोता अंतस हँसता छाया चित्र है, वेदना क़िस्मत श्रमिक की दुख ही सच्चा मित्र है। ख़ूब मेहनत से कमाते रोटियाँ दो जून की, भू बिछौना,…
हालात - कविता - नृपेंद्र शर्मा "सागर"
गुम हूँ मगर मैं खोया नहीं हूँ, कई रातों से मैं सोया नहीं हूँ। सूखे नहीं आँसू मेरी आँखों के, मर्द हूँ इसलिए मैं रोया नहीं हूँ।। आज बदले…
सदा सुखी रहो बेटा - लघुकथा - सुषमा दीक्षित शुक्ला
रिटायर्ड इनकम टैक्स ऑफिसर कृष्ण नारायण पांडे आज अपनी आलीशान कोठी में बहुत मायूसी महसूस कर रहे थे, क्योंकि उनकी दो हफ़्ते से बीमार पत्नी…
सहम गईं फ़ज़ाएँ - कविता - सरिता श्रीवास्तव "श्री"
यह कविता एक हादसे पर आधारित है जो कि जिला धौलपुर (राजस्थान) मनिया थाना के गाँव अधन्नपुर के निवासी पिता-पुत्र के साथ 20 अप्रैल 2021 को …
दुःख ही तो है - कविता - प्रवीन "पथिक"
दु:ख! कर्तव्य पथ का बोध कराता है। दु:ख! अपनों के प्रेम की परीक्षा लेता है। दु:ख! दूसरों के दुःखों की अनुभूति कराता है। दु:ख! कभी अपनों…
पश्चाताप - कविता - अवनीत कौर "दीपाली सोढ़ी"
पश्चाताप के बेहिसाब आँसू न मिटा सकें दोष मेरे मन का भरा पड़ा हैं, गुबार दिल में हिला दिया आस्तित्व मेरे मनोबल का हताश सा हूँ, बेइंतहा …
सुख दुख - दोहा छंद - कवि संत कुमार "सारथि"
सुख दुख जीवन रीत है, जैसे हो दिन रात। गरमी, शरद बसंत है, चौथी है बरसात।।१।। सुख दुख जीवन में सदा, चलता हरदम संग। कभी निराशा मत रखो, रख…