संदेश
आदि गुरु शंकराचार्य - आलेख - मंजिरी "निधि"
2500 साल पहले सदभाव की अनुपस्थिति थी। मानव जाती पवित्रता और अध्यात्मिकता से वंचित थी। तभी केरल के कालडी नामक ग्राम में नंदूबी ब्राम्हण…
हूल- कविता - प्रहलाद मंडल
पूरे भारतवर्ष में अंग्रेजों के ख़िलाफ़ ना जाने कितने जंग छिड़ी थी। संथाल परगना के वंशज ने भी, अंग्रेजी हुकूमत के ख़िलाफ़ एक बड़ी लड़ाई लड़…
जंगल युग की ज़रूरत - लेख - देवेन्द्र नारायण तिवारी "देवन"
सभी जीवों में अपना भोजन स्वयं बनाने की क्षमता नहीं होती। अपने भोजन की पूर्ति के लिए जीव उत्पादकों पर निर्भर होते हैं। और उत्पादक हरे प…
पर्यावरण का महत्व - लेख - नृपेंद्र शर्मा "सागर"
ईश्वर ने पृथ्वी का निर्माण किया और फिर उसके चारों तरफ़ एक भौतिक तत्वों का आवरण निर्मित किया, जिससे इस पृथ्वी पर जीवन संभव हो सके। इसी आ…
साइकिल से निरोगी काया - लेख - मंजूरी डेका
गांधी जी ने कहा था- "एक सीमा तक भौतिक तालमेल एवं आराम आवश्यक है, लेकिन उसके बाद यह सहायता के बजाय अवरोध बन जाता है।" आज दुनि…
आम आदमी और कोरोना - आलेख - प्रवीन "पथिक"
यह जीवन जितना दुर्लभ है उतना ही जीना दुष्कर। हमारा देश विगत दो सालों से जिस विषम परिस्थितियों से गुज़र रहा है, उसका चिन्ह साफ़ हमारे देश…
रूहानी चीज़ है उपवास - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
निश्चित ही उपवास आत्मा की शुद्धि का शानदार उपकरण है। उपवास एक रूहानी चीज है ना कि केवल शारीरिक। इसका रुख ईश्वर की तरफ़ होता है। उपवास स…