रमाकांत चौधरी - लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश)
बलात्कार - कविता - रमाकान्त चौधरी
मंगलवार, अगस्त 01, 2023
दुष्कर्म किसे कहते हैं सब दुराचार क्या होता पापा?
नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा?
दुराचार है काम दुष्ट का कोशिश की समझाने की,
कोमल मन के कठिन प्रश्न का उत्तर उसे बताने की।
फिर से बिटिया पूछ रही है दुराचार क्या होता पापा?
नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा?
होता पतन है मानवता का अंदर का मानव मर जाता,
व्यभिचारी बन जाता है वह बुरे काम सब कर जाता।
फिर से बिटिया पूछ रही है व्यभिचार क्या होता पापा?
नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा?
अत्याचार करे नारी पर नोचे और खसोटे उसको,
चीख़ पे उसकी आनंदित हो जैसे चाहे लूटे उसको।
फिर से बिटिया पूछ रही है अत्याचार क्या होता पापा?
नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा?
हो जाता नाश है नैतिकता का सदाचार खो जाता है,
तब मानवता का निश्चित बिटिया बलात्कार हो जाता है।
फिर से बिटिया पूछ रही है सदाचार क्या होता पापा?
नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा?
मस्तिष्क हो गया शून्य मेरा अब कैसे उसको समझाऊँ?
उसके कठिन प्रश्नों का मैं कैसे उत्तर दे पाऊँ?
बिटिया बोली अब न पूछूँ दुराचार क्या होता पापा?
कुछ कुछ समझ रही हूँ मैं बलात्कार क्या होता पापा?
कुछ देर रही वह मुझे देखती उत्तर की प्रतीक्षा में,
मेरे गले लिपट कर बोली मैं हूँ आप की रक्षा में।
नहीं जानना मुझको है अत्याचार क्या होता पापा?
कुछ कुछ समझ रही हूँ मैं बलात्कार क्या होता पापा?
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर