घर पर रहना है - गीत - समुन्दर सिंह पंवार


गर बचानी है अपनी जान , घर पर रहना है
लियो बात मेरी ये मान ,   घर पर रहना है

व्यर्था बाहर तुम फ़िरो ना
नही खत्म हुआ है अभी कोरोना
ये कर देगा नुकसान, घर पर रहना है

गर बरतोगे लापरवाही
कर देगा ये ज्यादा तबाही
रखना पूरा ध्यान , घर पर रहना है
गर बचानी है अपनी जान, घर पर रहना है

थोड़े दिन की और परेशानी
झेल लियो सब हिंदुस्तानी
ये पी एम के हैं ब्यान , घर पर रहना है
गर बचानी है अपनी जान, घर पर रहना है

अपनी सुरक्षा अपने हाथ मे
पछताओगे वरना बाद में
मत पँवार करो अभिमान, घर पर रहना है
गर बचानी है अपनी जान, घर पर रहना है

समुन्दर सिंह पंवार
रोहतक (हरियाणा)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos