संदेश
विधा/विषय "परछाई"
परछाई - कविता - प्रियंका चौधरी परलीका
गुरुवार, सितंबर 03, 2020
कभी कभी सुकुन देती हैं, अपनी परछाई देखना परछाई से बातें करना । कुछ बातें… जो हमारे दिमाग में होती है , दिल कहने नहीं देता । …
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