संदेश
विधा/विषय "तीर्थ"
लगे हाथ पुण्य - लघुकथा - ईशांत त्रिपाठी
बुधवार, अप्रैल 05, 2023
घर के चौखट पर दस्तक देने पर प्रतिदिन वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। कार्यालय के चाकरी से थका साहिल स्वयं भीतर जाकर सबके मृत मन के हृद…
तीर्थ यात्रा - संस्मरण - सुधीर श्रीवास्तव
सोमवार, सितंबर 07, 2020
बात 2010 की है। मैं अपने ही शहर में एक कारपोरेट कं. में फील्ड वर्कर की हैसियत से कार्य कर रहा था। हमारे शाखा प्रबंधक राकेश कुमार जी…