संदेश
हमसफ़र - कविता - शेखर कुमार रंजन
अग्नि को साक्षी मानकर प्रेयसी, सात जन्मों तक वचन निभाऊँगा। अंतरंग ललाम सबब है भार्या, जो मैं तुमसे चित्त लगाऊँगा। मैं तुम्हारे अरमानों…
मेरे हमराज़ हो तुम - गीत - पारो शैवलिनी
हमसफ़र हमनसीं हमदम मेरे हमराज़ हो तुम मेरी साँसों में बसी मेरी ही आवाज़ हो तुम। तेरे ही दम से है बहार मेरी ज़िंदगी में तू है शामिल मे…
सफ़र से हमसफ़र - कहानी - अंकुर सिंह
ये सीट मेरी है, विजयवाड़ा स्टेशन पर इतना सुनते अमित ने पीछे मुड़कर देखा तो एक हमउम्र की लड़की एक हाथ में स्मार्ट फोन और दूसरे हाथ में …
हमसफ़र - कविता - अतुल पाठक "धैर्य"
भीड़ भरी दुनिया में, कई आते और जाते हैं। मिलकर बिछड़ जाते हैं, ज़िन्दगी के सफ़र में हमसफर ही साथ निभाते हैं। दिल-ओ-जाँ में बसते, सुख-दुःख…
मेरी हमसफ़र - दोहा छंद - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
तुम हो मेरी हमसफ़र, तुम हो मेरा प्यार। यायावर संघर्ष पथ, जीवन का आधार।।१।। स्वाभिमान जीवन्त हो, बिन याचन हो राह। सुख-दुख के मँझधार मे…
हमसफ़र के बिना - कविता - रमाकांत सोनी
तुम बिन रहना भी भला क्या रहना, सफ़र कटता नहीं हमसफ़र के बिना। खिलकर गुलशन हमारा गुलज़ार हो गया, दिल के जुड़ गए थे तार और प्यार हो …
अपना ही हमसफर जीवन मे साथ निभाये - कविता - चीनू गिरि
अपना ही हमसफर जीवन मे साथ निभाये , दूसरो के हमसफर मे ना हमसफर खोजिये! इंसान नही गलत होता हालात गलत होते है , उसे बेवफा कहने से …