संदेश
विधा/विषय "रोजगार"
शिक्षित बे-रोज़गारी की समस्या - निबंध - संस्कृती शाबा गावकर
मंगलवार, जून 01, 2021
बे-रोज़गार उस व्यक्ति को कहा जाता है जो बाज़ार में या समाज में प्रचलित मज़दूर दर पर कार्य करना चाहता है, लेकिन उसे काम नहीं मिल पाता। बे-…
रोजगार चाहिए - कविता - मोहम्मद मुमताज़ हसन
सोमवार, नवंबर 02, 2020
रिश्तों में नहीं अब कारोबार ज़िल्लत-ए-ज़िंदगी को रोजगार चाहिए कर्म हो ऐसा के घर -बार चले कमाई अपनी ही हर-बार चले इल्म हो ये इंसानियत ज…