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विधा/विषय "रंग"
रंगों की कहानी - कविता - महेन्द्र 'अटकलपच्चू'
शुक्रवार, मार्च 18, 2022
सात रंग की अजब कहानी, बरसों पहले कहती नानी। बैगनी रंग बैर मिटाता, सबको गले मिलाता। जामुनी रंग जीवन भर सबको, एक साथ ले आता। नीला रंग नफ़…
कहीं फर्श तो कहीं रंगे मन - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
सोमवार, अप्रैल 05, 2021
होली की वह मधुमय बेला, बीत गई कुछ छोड़ निशानी। गली मोहल्ले रंग रंग है, रंगा हुआ नाली का पानी। दीवारों पर रंग जमा है, चेहरो पर भी रंग र…
ज़िंदगी तेरे रंग बड़े अजीब - कविता - विजय गोदारा गांधी
शनिवार, जनवरी 16, 2021
तुम्हारे ही दिल मे बैठा है वो तुम जिसे ढूंढते मंदिर की पुजा, मस्जिद की अजीरो में। सियासत आने से पहले सब इंसान थे इसी ने बांट दिया सबको…
नित खुशियों के रंग भरें हम - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
सोमवार, जून 29, 2020
नित खुशियों के रंग भरें हम, दीन हीन जहाँ सुनसान हो। चन्द्र बनें दें शीतल छाया, सुखद अरु…