संदेश
युद्ध दस्यु बना देता हैं - कविता - विनय विश्वा
युद्ध दस्यु बना देता हैं खुले विचारों को ध्वस्त कर देता हैं अपनी ख़ामोशी की ऐंठन में महाभारत हो जाती हैं भीष्म छलनी होते हैं अर्जुन ख़ाम…
क्या मिलेगा युद्ध से संसार को - ग़ज़ल - प्रवेन्द्र पण्डित
अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती : 2122 2122 212 क्या मिलेगा युद्ध से संसार को, रोक लो अब क्रोध के विस्तार को। चाहते हो शत्रु…
जीवन: एक युद्ध - कविता - सिद्धार्थ 'सोहम'
था वो कहने की शबर में हार जाऊँगा मैं एक दिन हार जाऊँगा मैं एक दिन था वो कहने की फ़िक्र में, यूँ दब दबी आवाज़ में स्वर कहीं उदघोष का और…
हल्दीघाटी - आल्हा छंद - महेन्द्र सिंह राज
राणा कर में भाला सोहै, झाला कर सोहै तलवार। बैरी सेना टिक ना पाए, होने लगे वार पे वार।। राणा के भाला के आगे, जो आता गर्दन कट जाए। दूर…
युद्ध अभी शेष है (भाग २) - कहानी - मोहन चंद वर्मा
कुछ दिन बाद....... किसी राज्य के सम्राट ने एक व्यापारी मेले का आयोजन करने की घोषना की सम्राट ने ये संदेश सभी देश-विदेश के राजाओं को दी…
युद्ध अभी शेष है (भाग १) - कहानी - मोहन चंद वर्मा
युद्ध में विजय होकर लौटे सम्राट की जय-जय कार होने पर सम्राट ने प्रजा से कहा, जय-जय कार केवल मेरी नहीं इन सभी सैनिको की करो। इनकी बाहदु…
पुनः धर्मयुद्ध - कविता - मनोज यादव
बस काल-काल में अंतर है, और समय में थोड़ा परिवर्तन है। नही तो द्युत सभा तो आज भी जारी, और सत्ता का भरपूर समर्थन है। धृतराष्ट्र लाख मिलें…