संदेश
योद्धा - कविता - निखिल पाण्डेय श्रावण्य
दृग् ग़िलाफ़ करो तुम ग़ौर से देखो हैं कितने युद्ध लड़े हुए। मृत्यु हैं कितनी बार डराई फिर भी डटकर खड़े हुए॥ डर भी भयभीत है हमसे ज़रा निकट …
तू ज़िंदा है! - कविता - संजय राजभर 'समित'
उठ चल! और लड़ गर साँस लेता हुआ तू ज़िंदा है तो याद रख तुझे आगे बढ़ना ही पड़ेगा, गर थक गया है तो माँझी को देख गर अंधा है तो लुइ ब्रेल को…
सपनों की राह में संघर्ष - कविता - रूशदा नाज़
क्यूँ, क्या, कैसे कहाँ तक? इन सवालों में उलझा विद्यार्थी कल्पनाओं में ढूँढ़ता है यर्थाथ अपने सफ़र में भटकता हुआ, थकता हुआ, हारता हुआ किन…
फिर से नवसृजित होना - कविता - कमला वेदी
मनुष्य को जवाँ और ज़िंदा बनाए रखती है छोटी-छोटी ख़ुशियाँ छोटे-छोटे एहसास जीने को ज़रूरी है थोड़ी-सी चाह थोड़ी-सी प्यास हास-रोदन के अनगिनत ए…
आत्म संवाद - कविता - अंजू बिजारणियां
ये जवानी का दौर, दूसरी ओर सफलता प्राप्ति का शोर। पड़ रहा मुझ पर मेरा ही ज़ोर। अपने आप में रहना भी चाहूँ, निकलना भी चाहूँ, छाया कोहरा चा…
चल! इम्तहान देते हैं - कविता - आलोक कौशिक
भय को भगाकर पंखों को फैला कर हौसलों को उड़ान देते हैं चल! इम्तहान देते हैं तू नारी है या है नर दिखा अपना हुनर श्रेष्ठ को सम्मान देते ह…
घायल सिंह दहाड़ उठो - कविता - दिवाकर शर्मा 'ओम'
अपनी मर्यादा में रहकर, शोषण के घूटों को सहकर प्रश्नों का प्रतुत्तर देने, अपने हक़ को वापस लेने, चिंगारी को ज्वाल बनाकर, ख़ुद को कुंदन सा…
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर