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विधा/विषय "पंख"
पंख पसार - कविता - रिचा सिंह
शनिवार, अगस्त 27, 2022
लोग क्या सोचेंगे ये काम है उनका, बातें बनाना यही है रीत, कब लोगों ने तुम्हें ख़्वाब दिखाए, कब दिए हैं तुम्हें पंख? गिर गए तो है बात बन…
सपनों के पंख फैलाओ - कविता - सुनील माहेश्वरी
गुरुवार, जनवरी 28, 2021
ज़िंदगी मेरी है यारो, तो उम्मीद भी मेरी है, इसलिए आगे बढ़ने की ज़िद भी मेरी है। कोई साथ हो ना हो, कोई साथ दे ना दे, हार अगर मेरी है, तो …
नव आशा के पंख - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
बुधवार, जनवरी 06, 2021
नित नव आशा के पंख लगाकर, अम्बर स्वच्छन्द उड़ान भरो तुम। मन याद रखो नीलाभ सत्य पथ, संघर्ष सिद्ध अभियान रखो त…