संदेश
दोस्ती - कविता - साधना साह
कुछ कहने की आरज़ू तुम्हारी कुछ सुनने की कशिश मेरी चलो न कहीं दूर तक चलते हैं। न तुम इक़रार-ए-वादा करो न मैं उम्मीदें ख़्वाहिश रखूँ चलो न…
बेस्ट फ़्रेंड - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
जो मेरे हसबैंड थे, बस वो ही बेस्ट फ़्रेंड थे, 2 दौलत सत्ता मान प्रतिष्ठा, मेरे बदले कुछ न लेते। अगर ज़रूरत पड़ जाती, तो जलते शोले भी सह …
अपरिचित या मित्र - कविता - आराधना प्रियदर्शनी
इतने सालों बाद, सोचने की ख़ुद को वजह दी है, संजोग है या ईश्वर का इशारा, दिल में तुमको जो जगह दी है। ये मन कभी तुमको तो कभी, जैसे ख़ुद को…
कर भला तो हो भला - कहानी - अंकुर सिंह
"क्या हुआ मोहन, इतने उदास क्यों हो? तुम तो इंटरव्यू के लिए गए थे, क्या हुआ तुम्हारी नौकरी का?" -जाड़े के दिनों में मोहन के म…
कमी हैं एक दोस्त की - कविता - चीनू गिरि
जो बिन कहे, मेरा हाल समझ ले! ख़ुद तो पागल हो, मुझे भी पागल कर दे! अल्फ़ाज़ कम, ख़मोशी ज़्यादा समझे! उदासी में भी हँसा दे, हसते हसते रुला…
मेरी हृदय कामना - कविता - अनिल भूषण मिश्र
हे विशाल उदार हृदय महामना, हो चहुँमुखी विकास आपका। ये है मेरी हृदय कामना, ये है मेरी हृदय भावना। थे मेरे कर्म कहीं कुछ अच्छे, कुछ भाव …
मित्र और मित्रता - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
मित्रता का अपना अपना उसूल होता है, मित्रता के अनुभव भी बहुत खट्टे मीठे होते हैं। सच तो यह है कि मित्र बनाए नहीं जाते बन जाते हैं, हम च…