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विधा/विषय "ताटंक छंद"
याचना - ताटंक छंद - संजय राजभर 'समित'
सोमवार, अगस्त 07, 2023
जीवन क्या है यही समझने, गंगा जल भर लाया हूँ। महादेव! मैं याचक बनकर, तेरे दर पे आया हूँ। बने न बंजर धरती सारी, विष का प्याला पी डा…
रिमझिम सावन आया है - ताटंक छंद - संजय राजभर 'समित'
शनिवार, जुलाई 08, 2023
विरह वेदना की ज्वाला में, तन-मन ख़ूब तपाया है। आओ मेरे प्रियतम प्यारे, रिमझिम सावन आया है। प्यासी घटा की मर्म समझो, गीत ख़ुशी के गाएँगे।…
जीत - ताटंक छंद - संजय राजभर 'समित'
शनिवार, मार्च 11, 2023
जो है खड़ा निडर जन मन में, प्रीत उसी की होती है। गिरना, उठना, चलना जिसका, जीत उसी की होती है। धन बल, बाहुबल एक कलंक, अगर वह युद्ध थोप…
दीपक नया जलाना है - ताटंक छंद - डॉ॰ आदेश कुमार गुप्ता पंकज
गुरुवार, सितंबर 23, 2021
अत्याचार बढ़ा धरती पर, शिव को हमें जगाना है। सत्य पड़ा ख़तरे में है अब, उस को हमें बचाना है।। समर भूमि में दुश्मन आया, उसको मार भगाना है।…
नारी की पीड़ा - ताटंक छंद - बासुदेव अग्रवाल "नमन"
सोमवार, मार्च 01, 2021
सदियों से भारत की नारी, पीड़ा सहती आई हो। सिखलाया बचपन से जाता, तुम तो सदा पराई हो। बात बात में टोका जाता, दूजे घर में जाना है। जन्म लि…