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प्रेम कोई व्यापार नहीं है - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
प्रेम कोई व्यापार नहीं है, अन्तर्मन का भावामृत है। निर्मल शीतल गूंजित हियतल, आँखों में भाव सृजित है। तन मन धन अर्पण जीवन पल, नव वसन्त …
बुद्धि विवेक सृजन की देवी - गीत - उमेश यादव
बुद्धि विवेक सृजन की देवी, ज्ञान का विस्तार है। प्रज्ञा माता, माँ गायत्री, आपकी जय जय कार है॥ नवयुग की अरुणोदय वेला, नवल सृजन का शंख ब…
साजन आ जाओ - गीत - सुशील कुमार
लगे इक, दिन है बरस हज़ार कि साजन आ जाओ एक बार होठ की लाली कान का झुमका यौवन भरी हिलोरे साजन तेरे बिना ये सारा फीका है शृंगार कि साजन आ …
हूँ लाल इस माटी का - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
मातृभूमि की ख़ातिर, हाँ कुछ भी कर जाऊँगा। रहा अब तक था बेनामी, शान वतन की बढ़ाऊँगा। बनके काल रिपुदल का, पताका तिरंगा फहराऊँगा। हूँ लाल …
गणतंत्र तिरंगा प्यारा है - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
भारत मेरे प्राण समझ लो, भारत ही पौरुष मेरा है। देवों ऋषि सन्तों की धरती, नव शौर्य शक्ति जय धारा है। हरित क्रांति ऊर्जा भू उर्वर, कोषाग…
आ कर तो देखो - गीत - प्रमोद कुमार
सृजन के प्रेमगीत गाकर तो देखो, कभी गाँव मेरे आ कर तो देखो। धरती को चुनर धानी सरसों ओढ़ाए, सूरज की लाली जैसे बिंदिया सजाए, उन्नत हो वक्…
मेरे दिल की बस्ती में - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
फ़ुर्सत हो तो आ जाना तुम मेरे दिल की बस्ती में। मैं राही हूँ बहारों का तुम बैठ जाना मेरी कश्ती में। मेरे दिल की बस्ती में मधुर तराने गी…
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