शिव ही सत्य है - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'

दुनियाँ शिव ही सत्य है, महिमा अपरंपार। 
अन्तर्मन विश्वास से, हों प्रसन्न ओंकार॥ 

सदा अजन्मा चिरन्तन, बाघम्बर वागीश। 
भक्ति प्रेममय शिव चरण, अर्पित रावण शीश॥ 

महादेव शिव सत्य है, परमब्रह्म परमेश। 
नंदीश्वर शंकर प्रभो, डमरूडर कैलाश॥ 

हर हर भोलेनाथ शिव, करुणामय संसार। 
त्रिपुरारी गिरिजारमण, शेषनाग गलहार॥ 

शिव शंकर बम बम हरे, शूलपाणि विकराल। 
महाकाल गौरीरमण, मंगलेश शशिभाल॥ 

द्वादश ज्योतिर्लिंग शिव, विद्यमान चहुँ देश। 
लिंगराज हरि हर स्वयं, उमानाथ भुवनेश॥ 

विल्वपत्र पूजन प्रभो, पुष्पमाल गिरिजेश। 
फूल धतूरा मुदित शिव, नीलकण्ठ करुणेश॥ 

पूजन वंदन साधना, उमारमण शिवधाम। 
शंभु जटाधर कृपा से, दुनियाँ हो सुखधाम॥ 

भज रे मन सावन शिवम, कालीनाथ उमेश। 
लोकनाथ सर्वेश प्रभु, गौरी नाथ महेश॥ 

सब पर हो शिव की कृपा, रोग मुक्त हों भक्त। 
त्रिविध ताप का नाश हो, हो शिव में अनुरक्त॥ 

पावन सावन सुखद हो, बारिश जग कल्याण। 
बरसे जग शिव की कृपा, आतंकी से त्राण॥ 

बम बम भोले नाथ शिव, हरो विपद तूफ़ान। 
काँवर गंगा जल भरे, अर्पित शिव जल दान॥ 


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