संदेश
विधा/विषय "अभिलाषा"
मेरी अभिलाषा - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
मंगलवार, जुलाई 27, 2021
मेरे मन की यह अभिलाषा, पूरी हो जन जन की आषा। मिटे ग़रीबी और निराशा संस्कार बन जाए परिभाषा। सबको शिक्षा, इलाज मिले, अमीर ग़रीब का भाव हटे…
मानव की अभिलाषा - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
गुरुवार, दिसंबर 24, 2020
मानव की जिजीविषा अनंत पथ, केवल जीवन उड़ान न समझो। नित अटल निडर निर्बाध लक्ष्य पथ, ख़ुशियाँ ज़न्नत निर्माणक समझो। उन्मुक्त इ…
नव आशा जन अभिलाषा दूँ - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
गुरुवार, अक्तूबर 15, 2020
अभिलाषा बस जीवन जीऊँ, भारत माँ का पद रज लेपूँ। जीवन का सर्वस्व लुटाकर, मातृभूमि जयकार लगाऊँ। चहुँ…