सिन्दूर के बदले - कविता - पवन कुमार मीना 'मारुत'

सिन्दूर के बदले - कविता - पवन कुमार मीना 'मारुत' | Yuddh Kavita - Sindoor Ke Badle - Pawan Kumar Meena. युद्ध पर कविता
युद्ध यादें दे जाता है
कड़वी-कड़वी यादें।

ले जाता है साया
दुधमुँहें बच्चों के सिर से बाप का।

और दे जाता है सिन्दूर के बदले
हँसती-मुस्कुराती औरतों को सफ़ेद साड़ी।


Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos