शाहरुख खान - ग़ाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)
राम - कविता - शाहरुख खान
मंगलवार, अगस्त 27, 2024
रहे ज्ञात सभी को, लिया था संकल्प
हम घर घर दीप जलाएँगे
जब राम लाला घर आएँगे
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।
ना भूलो उनकी आहुति
ख़ातिर राम लला के जिन्होंने
अपना रक्त बहाया है
कही जाकर तब हमने अपने
राम लला को पाया है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।
क्या औदे की बात करे तू
राम सहारे जीवन तेरा
केवल सुन्दर माया है
और राम नाम का जाप करें
जो दुख हरता, सुख दाता है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।
निश्चित पूर्व जन्म में हमने
कोई तो पुण्य कमाया है
तभी हमारे हिन भाग्य ने हमें
कलियुग में राम राज दिखाया है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर