राम - कविता - शाहरुख खान

राम - कविता - शाहरुख खान | Lord Ram Kavita. Shree Ram Poem Hindi. भगवान श्री राम पर कविता
रहे ज्ञात सभी को, लिया था संकल्प
हम घर घर दीप जलाएँगे
जब राम लाला घर आएँगे
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।

ना भूलो उनकी आहुति
ख़ातिर राम लला के जिन्होंने
अपना रक्त बहाया है
कही जाकर तब हमने अपने
राम लला को पाया है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।

क्या औदे की बात करे तू
राम सहारे जीवन तेरा
केवल सुन्दर माया है
और राम नाम का जाप करें
जो दुख हरता, सुख दाता है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।

निश्चित पूर्व जन्म में हमने
कोई तो पुण्य कमाया है
तभी हमारे हिन भाग्य ने हमें
कलियुग में राम राज दिखाया है
अवध की माटी से लेकर
हिंद के जल के कण-कण तक
सब नास्वर मोह माया है
जब सभी में राम समाया है।

शाहरुख खान - ग़ाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)

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