मस्ताने मौसम ने पागल मुझे कर दिया,
दीवाने मौसम ने घायल मुझे कर दिया।
भीगा सावन बहकने लगा,
गीला बदन क्यूँ दहकने लगा।
दिल धक धक धक धड़कने लगा,
शोला जैसे भड़कने लगा।
फूलों के चिलमन ने पागल मुझे कर दिया,
भौरों के गुंजन ने घायल मुझे कर दिया।
मस्ताने मौसम ने...
बादल घटा से मचलने लगा,
बनके मोहब्बत बरसने लगा।
बारिश का जादू बिखरने लगा,
नैनों में कोई उतरने लगा।
कलियों के आँचल ने पागल मुझे कर दिया,
मतवाले बादल ने पागल मुझे कर दिया।
मस्ताने मौसम...
सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)