आज़ादी का अमृत महोत्सव - कविता - स्नेहा

आज़ादी के अमृत महोत्सव पर
भारत देश उत्सव मना रहा,
आज़ादी के वीरों की
फिर से याद दिला रहा,
जन-जन के मन में
देश प्रेम के दीप जला रहा।
नमन हैं देश के वीरों को 
जो आज भी देश प्रेम जगा रहें,
स्वतंत्र हैं स्वतंत्र रहेंगें
ये संकल्प आज हम सब ले रहें,
देश की संस्कृति व सभ्यता की रक्षा के लिए
सदैव तत्पर हम रहें,
दुनिया जिस पर गर्व करें
ऐसा भारत देश रहें।

स्नेहा - अहमदनगर (महाराष्ट्र)

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