तुम्हें जब से देखा - गीत - रश्मि प्रभाकर

तुम्हें जब से देखा मैंने सरकार चुपके चुपके।
मुझे प्यार हो गया है बेशुमार चुपके चुपके।।

कभी फ़ोटो को तुम्हारी अपलक निहारती हूँ,
कभी आईने के आगे ज़ुल्फ़ें सँवारती हूँ,
तन्हा भरी महफ़िल में लम्हें गुज़ारती हूँ,
ख़्वाबों में भी मैं हमदम तुम को पुकारती हूँ।
दिल हो रहा है मेरा बे-क़रार चुपके चुपके।।

तन्हा तो याद तेरी, महफ़िल तो बात तेरी,
सोते में, जागते में, हर वक़्त बात तेरी,
दिल में भी बात तेरी, होठों पे बात तेरी,
हो शाम या सहर बस हर-दम है बात तेरी।
साँसों में बस गया है ये ख़ुमार चुपके चुपके।।

चुपके से मेरा तुझ से नज़रों का वो मिलाना,
दिल का धड़कना और फिर पलकों का वो झुकाना,
तेरा मुस्कुरा के दिल में मेरे चुपके चुपके आना।
फिर प्यार का मुकम्मल एक आशियाँ बनाना।
इज़हार चुपके चुपके, इक़रार चुपके चुपके।।

रश्मि प्रभाकर - मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)

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