अब हो न जाय फिर से दूरी
तुम सब से कुछ है कहना,
कोरोना से दूरी को
मास्क लगाए रहना।
आपा धापी हो कितनी भी
तुम रखना दो गज दूरी,
यह जीवन हर्षित पावन है
रक्षा है बहुत जरूरी।
जैसे जाने जाते जग में
हम लखनऊ के वासी,
पहले आप पहले आप
का देना एक उदाहरण।
नैतिकता से जिम्मेदारी
मास्क लगाए रहना
बस यही है सब से कहना,
अभी कोरोना गया नहीं
तुम मास्क लगाय रहना।
कवि कुमार प्रिंस रस्तोगी - सहआदतगंज, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)