कठिन समय - कविता - मास्टर भूताराम जाखल

हो कठिन समय पर हौसला रख ऐ नर,
मंज़िल मिलेगी जरुर, तू करेगा श्रम अगर,
आसान तो हैं नहीं, यूँ ही सफल होना,
मेहनत से होना पड़ेगा तुझे नर तरबतर ,

कठिन समय तेरी असलियत बतलाता है,
यहीं जो जहन के जज़्बातों को जगाता है,
दृढ़ संकल्प संग साहस से कर मेहनत,
कठिन समय तेरे धैर्य को जरा आज़माता है।

कठिन समय हरेक के जीवन में आता है,
कठिन समय नर को बहुत ही तड़पाता है।
कठिन समय परिस्थितियों को सुलझा के,
नर-जीवन जंग में खुशियाँ जगमाता हैं।।

कहें कलम से नर भूताराम कलमकार,
कठिन समय ही करे नर सपने साकार,
कठिन समय रहेगा कम ही समय में नर,
नहीं हैं नर तुझे जरा सी चिंता की दरकार।।

मास्टर भूताराम जाखल - सांचोर, जालोर (राजस्थान)

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