नूतन वर्ष आया - गीत - रमाकांत सोनी

नव वर्ष तेरा अभिनंदन है, 
नववर्ष तेरा अभिनंदन है, 
अभिनंदन है शुभ वंदन है, 
नववर्ष तेरा अभिनंदन है। 

जगमग ज्योति ज्ञान प्रकाशित,
राष्ट्र धारा जन जन प्रवाहित, 
सुख समृद्धि ग्राम ग्राम में,
उमंग उल्लास हर्ष से भर दो।
 
आशाओं की ज्योत जलाकर,
रोशन कर दो जग उजियारा,  
जिस मिट्टी में जन्म लिया है, 
कण कण पावन चंदन है, 
नववर्ष तेरा अभिनंदन है। 

जीवन पथ हो उजियारा, 
चमक उठे क़िस्मत का तारा, 
मनमोहक मुस्कान लबों पर, 
रहे खुशहाल देश हमारा।

समरसता से मौज मनाएं, 
खुशियों से झोली भर जाए, 
मंगल दायक वर्ष ईक्कीस, 
सादर सविनय वंदन है, 
नववर्ष तेरा अभिनंदन है।

तुम आधार उन्नति चक्र के, 
प्रगति के सोपान बनो, 
कीर्ति चक्र के तुम हो नायक, 
यश वैभव किरदार बनो।

संपन्नता से सकल विश्व में, 
धन्य धन्य भंडार भरो, 
सुखदायक हे साल नूतन, 
भावभरा शुभ वंदन है, 
नववर्ष तेरा अभिनंदन है।

रमाकांत सोनी - झुंझुनू (राजस्थान)

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