बाबा आंबेडकर महान - कविता - गणपत लाल उदय

जान है तो जहान है
बाबा आंबेडकर महान है।
हमको इन पर गर्व है
दिया हमें संविधान है।।


बाबा की खूबी तो देखो
इतनी डिग्री किसी के पास नही।
रात- दिन वो काम करते- रहते
आराम का कोई नाम नही।।


आज भी डंका विदेशों में
बाबा की दूरगामी सोच का।
राम जी सकपाल पिता
और भीमा बाई माता का।।


विद्वानों के विद्वान थे
देश के महान सपूत थे।
पहले कानून मंत्री एवं
श्रेष्ठ संविधान निर्माता थे।।


निम्न को आरक्षण दिलाया
जाति-पांंति का भेद मिटाया।
रमा बाई को अपनाया और
नारी को सम्मान दिलाया।।


भारत रत्न और अर्थशास्त्र
रिजर्व बैंक पितामह कहलाऐ।
उनके जैसा धरती पर कोई
हुआ न होगा कितना पढ़ जाऐ।।


देश जगाकर चले गए बाबा
अब काम करो और नाम करो।
पढ़ो-लिखो विद्वान बनों
चाहे मेहनत दिन और रात करो।।


गणपत लाल उदय - अजमेर (राजस्थान)


साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिये हर रोज साहित्य से जुड़ी Videos