योद्धा - कविता - सुधीर श्रीवास्तव

कोरोना युद्ध में 
हमारे स्वास्थ्य कर्मियों का
अमिट योगदान है।
सीमा पर सेना के जवान
अपने शौर्य के झंडे गाड़ रहे हैं,
कर्तव्य की बलिबेदी पर
जान देकर भी 
माँ भारती का मान रख रहे हैं।
वैसे ही हमारे स्वास्थ्य कर्मी भी
अनेक झंझावतों के बीच
अपने शौर्य के झंडे गाड़ रहे हैं,
जाने कितने स्वास्थ्य कर्मी
कर्तव्यों की बलिवेदी पर 
हँसते हुऐ प्राण दे रहे हैं।
फिर भी उनके साथी
हिम्मत बाँध कर कोरोना से
दो दो हाथ कर रहे हैं।
बिना डरे बिना थके
अपने कर्तव्य पथ पर 
आगे बढ़ रहे हैं।
इन सफेद वर्दी वाले 
सैनिकों को
बारम्बार नमन है,
इन  सैनिकों की 
शहादत का भी
शत शत नमन अभिनंदन है।
इनका भी बहुत सम्मान है,
इनके हौसले को 
सौ सौ प्रणाम है।

सुधीर श्रीवास्तव - बड़गाँव, गोण्डा (उत्तर प्रदेश)

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