बेसिक शिक्षा में योग शिक्षा - आलेख - प्रशांत अवस्थी

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्वस्थ रहना एक चुनौती बनता जा रहा है। योग स्वास्थ्य लाभ करने की एक विधि अर्थात क्रिया है। कठिन से कठिन रोगों से छुटकारा पाने के लिए किसी न किसी योग अर्थात् योगासन की सरल विधि को अपनाया जाता है। योग की पहली सीढ़ी है योगासन। योग न केवल धर्म है न पंथयोग विशुद्ध जीवन जीने की कला है। योग शब्द का अर्थ है जुड़ना। प्रश्न उठता है किससे जुड़ना? अपने आप से जुड़ना, अपने स्वास्थ्य से जुड़ना, अपने सुखों से जुड़ना, अपनी समृद्धि से जुड़ना, अपने आरोग्य से जुड़ना।

यदि आप एक बच्चे को गौर से देखेंगे तो उसकी समस्त शारीरिक क्रियाएं आपको अलग-अलग योग क्रियाओं की भांति लगेगी। उसका सोना मुस्कुराना आदि कार्य भी योग के समान प्रतीत होते हैं। इसलिए बच्चे हमेशा तनाव मुक्त और खुश रहते हैं वे 1 दिन में 400 से अधिक बार मुस्कुरा लेते हैं। बच्चों के साँस लेने का तरीका वयस्कों से भिन्न होता है। यह सांस ही है जो शरीर और भावनाओं के मध्य सेतु का कार्य करती है हम सभी जन्मजात योगी हैं।

प्राइमरी कक्षा में छात्र अल्पायु कोमल और मधुर स्वभाव के होते हैं। वे शरीर एवं मन से स्वस्थ रहें, यह नितांत आवश्यक है। बच्चों की चंचलता का कारण उनके अंदर की प्राण ऊर्जा है। बच्चों की इस ऊर्जा को योगासन द्वारा सुनियोजित किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग में योग की कक्षा का संचालन प्रारंभ किया जाना इस दिशा में एक बेहतरीन प्रयास है।

नियमित योगासन की शिक्षा और अभ्यास करने से छात्र का शरीर स्वस्थ होगा। योगासन द्वारा शरीर के प्रत्येक अंगों एवं पेशियों का प्राकृतिक विकास संभव है। पाठ भूलने और शीघ्र याद न होने की समस्या सामान है। योग के कुछ चुने हुए अभ्यास द्वारा बच्चों की इन सभी समस्याओं का हल किया जा सकता है।

बालकों को प्रारंभ से ही योग क्रियाओं के अभ्यास की ओर उन्मुख किए जाने से वे शिक्षा काल में ही योग की गरिमा को समझ पाएंगे। इस संबंध में 21 जून 2019 को एक साक्षात्कार में मैंने प्राथमिक शिक्षा मैं योग शिक्षा को अनिवार्य बताया था यदि विद्यालय में लागू होने से पूर्व शिक्षकों को योग का विधिवत प्रशिक्षण दिया जाए और योग की शिक्षा से पूर्व बालकों को योगाभ्यास के शरीर एवं मन पर प्रभाव को और कौन-कौन से योगिक नियम हैं आदि विषयों पर सविस्तार बताया जाए तो यह अत्यंत लाभकारी होगा।

प्रशांत अवस्थी - औरैया (उत्तर प्रदेश)

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