याद - कविता - चीनू गिरि


जब से तुम छोडकर गये ,
हमे तेरी याद बहुत आये ....
                रोज तकिये गीले हो जाते,
                हमे तेरा प्यार बहुत रुलाये....
रोज सोचती भूल जाऊगी,
मगर तेरी बात याद आये....
                शाम ढलते उदास हो जाते,
                 हमें रात मे तेरी यादें जगाये ....
हवाओं मे तेरी महक आये ,
बरसात का मौसम जलाये....
                हमे आज मे तेरा इंतज़ार है,
                 तु जब चाहे लौट कर जाये....
जब से तुम छोडकर गये,
हमे तेरी याद बहुत आये...

चीनू गिरि - देहरादून (उत्तराखण्ड)

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