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विधा/विषय "शोक"
शोकाकूल स्तब्ध हूँ - कविता - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
शनिवार, अक्तूबर 03, 2020
निःशब्द मौन शोकाकूल स्तब्ध हूँ, क्रन्दित मन शर्मसार प्रश्नचिह्न हू्ँ। खो मनुजता कुकर्मी बस दंश बन, क्या कहूँ, क…
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