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प्यारी मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मइया री मइया ओ मोरी मइया। हम तोहरे बालक हैं तू प्यारी मइया। मइया री... 2 चन्दा के जैसो मुखड़ो है तेरो, नयनन मा ममता है दाया है। तोहरी …
देवी मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मइया ऊँची है तोहरी अटरिया। कइसे आवउँ मै तोहरी नगरिया। 2 लहँगा मइ लाई चुनरिया हूँ लाई, बेलवा चमेलिया की माला बनाई, मइया ठाढ़ी हूँ तोहरी …
पिया प्रशंसा - लोकगीत (मिर्ज़ापुरी कजरी) - संजय राजभर 'समित'
पिया मिलल मोहे रंगदार सखी, बड़ा मज़ेदार सखी ना। बाटे गबरू जवान, करे हमरा सम्मान। बोली भाषा हउऊय लहरेदार सखी, बड़ा मजेदार सखी ना। मोहे …
सावन मनुहार - लोकगीत (मिर्ज़ापुरी कजरी) - संजय राजभर "समित"
हे! राजा जईबय हम नहिअरवा, मनवा लागल हो ना। सखियाँ सहेलियन से करबय मुलाक़ात हो, आपन-आपन सुख-दुःख क करबय बात हो। हे! राजा गईबय हम कजरिया…
होली - जोगीरा लोकगीत - स्मृति चौधरी
आयो है मधुमास, छायो है प्रभास, सुरभीत है उपवन, अली करे रसपान, बजाकर बाँसुरी सी तान, मैं कैसो करूँ बखान, जोगीरा सा रा रा रा.... जोगीरा …
प्रेम के रंग - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
होली खेलें श्याम यमुना जी के तीर। सखी चल ना सही यमुना जी के तीर। होली खेलें श्याम यमुना जी के तीर। सखी चल ना सही यमुना जी के तीर। राधा…
गंगा मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
अमृत है तेरा निर्मल जल हे! पावन गंगा मइया। हम सब तेरे बालक हैं तुम हमरी गंगा मइया। माँ सब के पाप मिटा दो हे! पापनाशिनी मइया। अब सारे…