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विधा/विषय "महाभारत"
गीता का ज्ञान - कविता - डॉ॰ गीता नारायण
शुक्रवार, अक्तूबर 29, 2021
कृष्ण ने कहा अर्जुन से; सुनो गुड़ाकेश! मैं ऋषिकेश... तुम्हें देता हूँ वह ज्ञान विशेष... जिसे तुम्हारे अलावा आज कोई नहीं सुन पाएगा, जिस…
श्राप यह स्वीकार - कविता - डॉ॰ गीता नारायण
शुक्रवार, अक्तूबर 22, 2021
कृष्ण ने कहा गंधारी से; माता, श्राप यह स्वीकार। ना लाना मन में कोई ग्लानि और आत्म-धिक्कार। तुम्हारा श्राप यह स्वीकार। यदुकुल में जब म…
कह रहे हैं केशव सुनो कर्ण - कविता - राघवेंद्र सिंह
सोमवार, सितंबर 20, 2021
महाभारत में कृष्ण और कर्ण संवाद का परिदृश्य दिखाती कविता। जब शुरू हुआ विध्वंश युद्ध, धरती कांँपी हुआ काल क्रुद्ध। बजा बिगुल भीषण रण का…
द्रोपदी का चीर हरण - कविता - सीमा वर्णिका
गुरुवार, सितंबर 09, 2021
द्युतक्रीड़ा में हार गए युधिष्ठिर, राज्य धन वैभव भाई बंधुवर। अंत में पंचाली दाँव लगाई, शकुनि चाल से मात खाए कुँवर। द्रोपदी को समाचार स…
पुकार रही वह द्रुपद सुता - कविता - राघवेंद्र सिंह
मंगलवार, अगस्त 31, 2021
पुकार रही वह द्रुपद सुता हो रहा सभा में चीरहरण। लाचार हुए सब मूक बधिर नारित्व का हो रहा क्षरण। कल तक जो थी वह आभा आज भूमि पर गिरी पड…