संदेश
विधा/विषय "मदद"
भूख - कहानी - पुश्पिन्दर सिंह सारथी
सोमवार, अगस्त 09, 2021
सुरेश सब्ज़ी लेने बाज़ार जाता है तो रास्ते मे देखता है कि सड़क किनारे एक महिला अपने बच्चे को गोद मे लिए परेशान बैठी है। सुरेश को रहा नहीं…
कर भला तो हो भला - कहानी - अंकुर सिंह
गुरुवार, जुलाई 15, 2021
"क्या हुआ मोहन, इतने उदास क्यों हो? तुम तो इंटरव्यू के लिए गए थे, क्या हुआ तुम्हारी नौकरी का?" -जाड़े के दिनों में मोहन के म…
मददगार - कविता - आराधना प्रियदर्शनी
मंगलवार, जून 01, 2021
कितनी बेबसी महसूस होती है तब, जब हम चाह कर भी किसी की मदद नहीं कर सकते, काश किसी के ख़ुशी के ख़ातिर, मर जाते जो मर सकते। सोचो कैसा लगता …
मददगार - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
मंगलवार, मई 11, 2021
वर्तमान में समय और माहौल विपरीत है, हर ओर एक अजीब सा ख़ौफ़ फैला है, ख़ामोशी है, सन्नाटा है कब क्या होगा? किसके साथ होगा? प्रश्नचिंह लगाता…
सत्कर्म का फल - कहानी - ब्रह्माकुमारी मधुमिता "सृष्टि"
मंगलवार, मई 11, 2021
एक दिन अंबर नाम का ग्वाला सुबह दूध लेकर बेचने के लिए निकला। वह दूध बेचकर घर की ओर लौट रहा था कि अचानक उसकी नज़र रास्ते पर परी एक घायल इ…