अटल बिहारी वाजपेयी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'

अटल बिहारी वाजपेयी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज' | Dohe - Atal Bihari Vajpayee
करूँ अटल सादर नमन, भारत रत्न प्रणाम।
अर्पित है श्रद्धा सुमन, महापुरोधा नाम॥

कालजयी योद्धा प्रखर, राजनीति अतिश्रेष्ठ।
विश्व महानायक शिखर, कवियों में थे ज्येष्ठ॥

विख्याता माँ भारती, गायक भारत गान।
सहज सरल सात्विक चरित, रक्षक भारत मान॥

धर्म सनातन सारथी, सर्व धर्म प्रतिमान।
हँसमुख मधुरित अतिसुलभ, भारत माँ सन्तान॥

शील धीर गंभीर नित, वक्ता प्रखर महान।
नेता जेता श्रेष्ठतर, सारस्वत वरदान॥

रक्षक चिन्तक राष्ट्र का, लोकतंत्र अभिमान।
हिंदी भाषा पक्षधर, हस्ताक्षर मुस्कान॥

राजनीति सिरमौर थे, भीष्म पितामह देश।
संविधान पथ सारथी, गणतांत्रिक परिवेश॥

अटल ध्येय संकल्प पथ, यायावर निर्भीत।
योद्धा जनमत समर का, अटल बिहारी जीत॥

बन प्रधान भारत वतन, रचा विजय इतिहास।
शंखनाद परमाणु से, महाशक्ति आभास॥

लिखता काल कपाल पर, अमर कीर्ति जय गान।
शान्ति प्रेम सद्भावना, नीति न्याय ध्वज शान॥

महा विजेता कारगिल, सियाचीन गिरि द्रास।
रचा शौर्यगाथा वतन, दिखा आत्मविश्वास॥

सम्मानित जन मन वतन, पद्म विभूषण देश।
कर प्रयाण भौतिक धरा, नमन अटल हृदयेश॥


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