स्त्री - कविता - संजय राजभर 'समित'

स्त्री - कविता - संजय राजभर 'समित' | Hindi Kavita - Stree - Sanjay Rajbhar Samit | Hindi Poem On Women. स्त्रियों पर कविता
स्त्री
एक आनंद है
सकल ब्रह्मांड है
तो एक गंभीर, अथक पथिक भी है
जो सत्य की खोज में
एक अदम्य साहस के साथ
अकेले
सूनसान! 
ज़िंदगी की ऊबड़-खाबड़ राह पर 
अविचलित चल पड़ती है, 
तब-तक
जब-तक
कुछ भी अप्राप्य न रहे। 


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