ख़ूबसूरत है मोहब्बत तेरी-मेरी बहना रे।
तू है मेरी दिल की दौलत,
सुन ले प्यारी बहना रे।
ख़ूबसूरत है मोहब्बत तेरी-मेरी बहना रे।
क़िस्मत से मुझको मिली हो बहना,
साथ न तेरा छोड़ेंगे।
हर जनम में बन के तेरा भईया,
राखी से रिश्ता जोड़ेंगे।
बन के मेरी रब की रहमत,
साथ यूँ ही रहना रे।
ख़ूबसूरत है मोहब्बत तेरी-मेरी बहना रे।
आए न तेरे में आँसू,
ग़म से कोसो दूर रहो।
आन पड़ी तो जान भी देंगे,
तुम तो बस एक बार कहो।
ख़ुद से ज्यादा करेंगे हिफ़ाज़त,
आज तुझसे कहना रे।
ख़ूबसूरत है मोहब्बत तेरी-मेरी बहना रे। 2
रौनक द्विवेदी - आरा (बिहार)