ख़ुशियों के दिन फिर आवैंगे - हरियाणवी गीत - अशोक योगी "शास्त्री"

दु:ख के बादल छट जावैंगे,
थाम उस प्रभु का नाम जपो।
ख़ुशियों के दिन फिर आवैंगे,
हृदय में विश्वास रखो।

दुश्मन तै हाम्म डरते कोन्या,
पीठ दिखा कै भागे कोन्या।
जिब तक भागै नहीं कोरोना,
थाम घर में ही आराम करो।

जै थारे लडज्या कोरोना,
इस तै बिलकुल नहीं डरो ना।
तुलसी गिलोय काढ़ा पीकर,
इसका काम तमाम करो।

गलती थामनै बहुत करी सै,
धरती नै बंजड़ करी सै।
पेड़ लगाकर धरती माँ पर,
ऑक्सीजन का निदान करो।

हवा झूम कै गावैगी,
सभ नै गीत सुणावैगीम।
फिर खिल ज्यांगी फुलवाड़ी,
थाम थोड़ा धीरज धारण करो।

अशोक योगी "शास्त्री" - कालबा नारनौल (हरियाणा)

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