आ गई माता रानी - कविता - गुड़िया सिंह

आ गई है माता रानी,
दुखड़े सभी के हरने को।
हर विपदा का संघार कर,
जग कल्याण करने को।।
बरसा देती है करुणा सब पर,
यह दयामयी "जगदम्बा" है,
है भक्तो की दुखहर्ता,
आदिशक्ति माँ अम्बा है
नववर्ष में आती है माता,
सबकी झोली,
खुशियों से भरने को।
हर विपदा का संघार कर,
जग कल्याण करने को।।
ऐ माता आपके बच्चों पर,
आई संकट अभी भारी है,
करना दया सभी पर माते,
फैली महामारी है,
आपके आशीष कृपा दृष्टि बरसे,
तो बात ही क्या कोई डरने को।
आ गई है माता,
दुखड़े सभी के हरने को।।

गुड़िया सिंह - भोजपुर, आरा (बिहार)

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