वो जन्म से पहले ही मार दी गई,
क्योंकि वो एक लड़की थी।
ज़िंदगी जीने की तमन्ना उसकी भी बहुत थी,
मगर किसी ने उसे जिंदगी दी ही नही।
पढ़-लिखकर समाज-देश की सेवा करना उसका भी सपना था,
जो किसी ने सच होने ही न दिया।
बड़े होकर वह भी लक्ष्मीबाई-मदर टेरेसा बनना चाहती थी,
मगर किसी ने उसे बड़ा होने ही न दिया।
वह भी सुभाष-भगतसिंह जैसे बेटों को जन्म देना चाहती थी,
मगर वह क्या करती
जब किसी ने स्वयं उसका ही जन्म होने न दिया।
क्योंकि वह एक लड़की जो थी।
विजय गोदारा गांधी - भादरा (राजस्थान)