मधुस्मिता सेनापति - भुवनेश्वर (ओडिशा)
आज़ाद हिन्दुस्तान - कविता - मधुस्मिता सेनापति
मंगलवार, जनवरी 26, 2021
यह ममता भरा देश हमारा
सबको प्यारा यह देश मेरा
विभिन्नता में एकता जिसका नाम है
हमारा देश यह भारत महान है...।
अपनी इस देश की रक्षा के लिए
कई यातनाओं को झेल
दे गए अपने प्राणों की बलिदान
शहीद हुए थे हमारे कितने वीर जवान...।
यही तो है आज़ाद भारत का नाम
मरेंगे-मिटेंगे यहीं पर हम
पर मिटने न देंगे कभी
इस स्वतंत्र हिंदुस्तान की मान...।
तीन रंगों से है सुसज्जित जो
यही तो है हमारा आज़ाद हिंदुस्तान
डरेंगे नहीं झुकेंगे नहीं
लहराएंगे हमारे तिरंगा की आन...।
यही तो है हमारा आज़ाद हिंदुस्तान
सुरक्षा देते रहेंगे हम इसको
जब तक शरीर में हो जान
यही तो है हमारा भारत
जो है हर नागरिकों की पहचान...।
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