राहुल सिंह "शाहावादी" - जनपद, हरदोई (उत्तर प्रदेश)
जनाजा उठ गया होता - मुक्तक - राहुल सिंह "शाहावादी"
मंगलवार, अक्तूबर 06, 2020
जनाजा उठ गया होता,
अगर देखा न होता।
नजर के तीर का मारा,
पङा रोता न होता।
तुम्हारी इन अदाओं ने,
शरारत की है मुझसे।
सनम तेरे इसारे से,
लगाया प्यार मे गोता।
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