पेड़ - कविता - मास्टर भोमाराम बोस

पेड़ हमारे जीवन दाता,
पेड़ों से होती बरसात।
शीत ताप स्वयं सहते,
हमें ठंडी हवा देते।
फूल फलों से लदे पेड़,
भूखे को भोजन देते पेड़।
पक्षियों के घर है पेड़,
हरे-भरे सुनहरे पेड़।
पेड़ हमें छाया देते,
बदले में हमसे कुछ नहीं लेते।
आओ हम सब लगाएं पेड़,
धरती के श्रंगार है पेड़।

मास्टर भोमाराम बोस - बाड़मेर (राजस्थान)

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