हम सबकी ऊँची शान हैं बेटी,
दुनिया में सबसे महान हैं बेटी।
बेटी ही मन का मीत है
जीवन का सुंदर गीत है।
प्रेम करो सब बेटियों से
ये भी तो करती प्रीत हैं।।
दुनिया में सबसे महान है बेटी
करती सबका सम्मान है बेटी।
माँ- बाप का ये अभिमान है
बेटियाँ इंसान नहीं, भगवान हैं।।
ये खिले फूल की क्यारी हैं
दुनिया में सबसे न्यारी हैं।
करती बलिदान जीवन भर
इनसे ही जान हमारी है।।
ऐसे भी हैं लोग यहाँ जो
गर्भ में है बेटी को मारते।
पर कुछ हैं ऐसे भी जो
चाँद से भी प्यारी मानते।।
बेटी से जग में उजाला
बेटी पर हमको नाज है।
गर्व करो सब बेटियों पर
बेटी ही हमारा ताज हैं।।
बेटी ही मन की पवित्र पूजा है
बेटी जैसा ना जग में कोई दूजा है।
बेटों से ज्यादा वफादार हैं बेटी
असीम प्रेम की हकदार है बेटी।।
हरदीप बौद्ध - बुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश)