शिवा भवानी हो जग कल्याणी,
असुर विनाशिनि नवदुर्गे जय हो।
शुभ शैलपुत्री जय अम्बे गौरी,
जय जय जग जननी माँ जय हो।।१।।
दुर्गति नाशिनि माँ महीष मर्दिनी,
जगतारिणी ब्रह्मचारिणि जय हो।
माँ विष्णुप्रिया पद्मासन लक्ष्मी,
मधुकैटव नाशिनि दुर्गे जय हो।।२।।
सदा सर्वदे जय माँ ब्रह्माणी,
नित रिद्धि सिद्धि कुष्माण्डे जय हो।
चन्द्रघण्टा माँ असुर विनाशिनी,
सृष्टि मंगला भवतारिणि जय हो।।३।।
पापनाशिनि जय माँ कात्यायनी,
स्वाहा स्वधा धूम्र घातिनि जय हो।
श्यामा काली जय काल विनाशिनी,
माँ मातंगी चामुण्डा जय हो।।४।।
महाअसुर रक्तबीज निकन्दनी,
भद्रकाली कौशिकी माँ जय हो।
शुम्भ निशुम्भ सम दैत्य महाबली,
असुर हन्त्री महागौरी जय हो।।५।।
शक्तिपूजित गजवाहिनी लक्ष्मी,
गरुड़ासन वाराही माँ जय हो।
वृषारूढ़ माहेश्वरि कौमारी,
हंसवाहिनि ब्रह्माणी माँ जय हो।।६।।
महाबला भगवति विन्ध्यवासिनी,
नीलग्रीवा नलकूबरी जय हो।
स्कन्धमातु सर्वकामप्रदायिनी,
माँ ललिते शोकविनाशिनि जय हो।।७।।
महिषवाहिनी गुहेश्वरि कामिनी,
माँ कुलेश्वरि छत्रेश्वरी जय हो।
कल्याणी योगिनी नारायणी,
लक्ष्मी भैरवी माँ कीर्ति जय हो।।८।।
सिद्धिदात्री कालिका कपालिनी,
क्षमा शिवा जगधात्री माँ जय हो।
माँ कालरात्रि भूतार्तिहारिणी,
स्वाहा स्वधा माँ चामुण्डे जय हो।।९।।
शिवदूती कात्यायनी सावित्री,
ब्रह्मवादिनि परमेश्वरि माँ जय हो।
वनदुर्गे युवती सुरसुन्दरी,
शूलधारिणि सती आर्ये जय हो।।१०।।
माँ सर्वमंगला पापनाशिनी,
माँ रमे उमे भुवनेश्वरि जय हो।
तारा सीता राधा इन्द्राणी,
जगतारिणी महामाये जय हो।।११।।
नत करूँ शक्ति पूजा जगजननी,
पापहारिणी माँ गंगे जय हो।
हरिप्रिया पद्मासन धर्मधारिणी,
माँ श्रद्धे रोगविनाशनि जय हो।।१२।।
बनो कृपालु जगदम्ब सुरेश्वरी,
माँ हर कामी खलघातिनि जय हो।
शंख चक्र गदा कमल कैशोरी,
हर रोग शोक माँ दुर्गे जय हो।।१३।।
डॉ. राम कुमार झा "निकुंज" - नई दिल्ली