संघर्ष - कविता - अतुल पाठक

कभी मुश्किलों के आगे,
अपनी हिम्मत को टूटने मत देना।

जब भी सामना हो मुश्किलों से,
माता-पिता के संघर्ष को याद कर लेना।

हर बड़ी मुश्किल आसान हो जाती है,
जब संघर्ष की आँधी आती है।

राह संघर्ष की जो चलता है,
वो ही अपनी किस्मत को बदलता है।

संघर्ष से थकना कभी नहीं,
जीवन में रुकना कभी नहीं।

लड़ते रहना बढ़ते रहना,
संघर्ष सदा ही करते रहना।

लगन मेहनत का उत्कर्ष करो,
मुश्किलों से संघर्ष करो।

लक्ष्य का निष्कर्ष करो,
फिर सफलता पर हर्ष करो।

अतुल पाठक "धैर्य" - जनपद हाथरस (उत्तर प्रदेश)

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