साहित्य जो ज्ञान का हैं भंडार
साहित्यकार लिखें कलम से
यह कलम का हैं आभार.....!!
कलम तो साहित्यकार का हैं धरोहर
चाहे कल्पना हो या तथ्य
जिसको अस्वीकार कर सके न कोई....!!
कलम साहित्यकार का हैं तलवार
लिखा गया भाग्य भी
मिटा न पाया जीवन में कोई......!!
कलम जो सत्य का हैं आधार
साहित्यकार का हैं यह हथियार
जिसकी आवाज को
दबा सका न कोई.....!!
मधुस्मिता सेनापति - भुवनेश्वर (ओडिशा)