बलिदान विजय को नमन करूँ - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"

भारत  माँ   के  अमर   सपूतों, 
भर अश्क नैन नित नमन करें।
राष्ट्र भक्ति अर्पित  निज जीवन,
बलिदान विजय को नमन करें। 

सैल्यूट  सतत   वतन   शहीदों,
तुझ  महाशौर्य हम  नमन  करें।
अभिनंदन कर साश्रु नयन नित,
लाल भारती  जय  नमन  करें। 

पावन    माटी    भारत     वीरों, 
आखिरी सफ़र शव नमन करें।
अमर गीत   बलिदानी   बनकर,
श्रद्धा  अर्पित   जयगान   करें। 

बदला    लेंगें    बलिदानों    के, 
जन मन एक वतन नमन  करें।
भारत  है  कर्जदार  युगों   तक, 
पुरुषार्थ  वीर  को   नमन  करें। 

रवि  प्रताप  सम  तेज  सपूतों, 
रिपुदमन  तुझे  मैं  नमन  करें।
अब  चैनिज को दरकिनार कर,
निज  निर्भर बन मैं  नमन करें।  

ध्वजवाहक  नित  राष्ट्र  तिरंगा,
वतन शान  शहीदों  नमन करें।
मृत्युंजय  महाकाल  सदाशिव,
जय शौर्य वीर शत  नमन करें।  

महाबली  हर  प्रकृति  आपदा, 
भारत सक्षम  वीरों  नमन  करें।
सियाचीन कारगिल विजय को,
हे  रिपुसूदन  जय  नमन करूँ। 

साथ पाक  तुम  सुनो चीनियों,
इसबार समूल  हम  दमन करें।
मानवता नैतिक  धन   सम्बल, 
भारत  जनसीदन नमन   करें। 

स्वाभिमान   विश्वास  रखो तुम, 
अरमान    सपूतों !  नमन  करें। 
बदला  लें    हम   कुर्बानी   का,
हे  भारत    वीरों   नमन   करें।।

डॉ. राम कुमार झा "निकुंज" - नई दिल्ली

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos