लॉक डाउन मे लोगों की सोशल मीडिया पर सक्रियता - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला

हम कह सकते हैं कि लॉक डाउन की स्थिति में सोशल मीडिया पर  लोगों की सक्रियता काफी हद तक बढ़ गई है। क्योंकि इस समय सभी अपने सुपरिचित जनो से मिल नही सकते तो सोशल मीडिया ही  भावनात्मक मिलाप एवं व्यवहारिकता  का सशक्त माध्यम बना हुआ है। या यूँ कहें कि सोशल मीडिया ने दूरियों को नजदीकियों मे तब्दील  कर दिया है।आजकल सोशल मीडिया  विभिन्न प्रकार की जानकारियां देकर प्रेरक की भूमिका बखूबी निभा रहा है ।

लोग आजकल फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति को दूसरों तक पहुँचा रहे हैं।एवं दूसरो के द्वारा किये गये रचनात्मक कार्यो एवं विचारों से स्वयं भी अवगत हो रहे हैं।ये जनमानस तक अपनी भावनाओ को  पहुचाने का सशक्त माध्यम बन गया है ।

कवि लोग आन लाइन सम्मेलन कर रहे है लेखन कार्यो मे बाढ़ सी आ गयी है ।या यूँ कहे कि साहित्य साधको  को अपनी साहित्य साधना का सुनहरा अवसर मिल गया है सोशल मीडिया के जरिये। सोशल मीडिया  जनमानस  का एक अंतरंग मित्र बन गया है ।
सारी सरकारी सूचनाओं से लेकर विभागीय सूचनाओं तक    ,व्यक्तिगत वार्तालाप से लेकर प्रेम सम्बन्धो के अंतरंग वार्त्तालाप तक  ,सोशल मीडिया इस समय सशक्त माध्यम का किरदार निभा रहा है ।

कोरोना वायरस से सचेत रहने की जागरूकता भी सोशल मीडिया की ही देन है इसके जरिये लोग कोरोना से बचाव  की तमाम जानकारियां स्वयं लेते हैं और दूसरों का भी मार्ग दर्शन कर रहे हैं।एक सर्वे के मुताबिक इस समय ज्यादातर भारतीय 4 घण्टे सोशल मीडिया पर व्यतीत कर रहे है।

यह सच है कि इस समय कोरोना के डर से घर में खुद को कैद किए हुए लोग  किंकर्तव्यविमूढ़ सी स्थिति से गुजर रहे हैं। ऐसे में क्या करें या तो घरेलू काम करें बचे हुए पुराने पेन्डिंग काम निपटाएं या फिर मनोरंजन के नाम पर टीवी में सीरियल देखें ,समाचार सुने। कोरोना से संबंधित खबरों की जानकारी लें।

आजकल ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर अपना टाइम व्यतीत कर रहे हैं ,चाहे वह छात्र हैं जो ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं ,या कोई गेम खेल रहे हैं ,या फिर महिलाएं गूगल सर्च पर तरह-तरह के व्यंजन बनाने की विधि ढूंढ रही है, या फिर युवा लोग और भी तरह  तरह की जानकारियां हासिल करने के लिए सोशल नेटवर्क से जुड़े हुए हैं ,चाहे वह कोरोना से संबंधित नई न्यूज़ हो या फिर फेसबुक, यूट्यूब वगैरा वगैरा । जो भी सामग्रियां उपलब्ध है सोशल मीडिया पर उन सब का भरपूर उपयोग हो रहा है।

विभिन्न कला प्रेमी इस समय सोशलमीडिया पर कला सीख रहे हैं। फिटनेस टिप्स व ब्यूटी टिप्स भी लिए जा रहे है । इस स्थिति में और करें भी तो क्या करें बाहर जा नहीं सकते ,लोगों से फोन पर बात हो सकती है चैटिंग हो सकती है वीडियो कालिंग भी हो सकती है,तो इन सबका यही एक माध्यम है । 
जिसे हम कह सकते हैं कि ज्यादातर लोग लॉक डाउन में सोशल मीडिया को अपने समय व्यतीत करने का माध्यम बनाए हुए हैं चाहे वह गेम हो, मनोरंजन हो  टिकटाक या कोई अन्य प्रकार की जानकारियां या फिर संबंध निभाने की बात हो, और यह सही भी है इसमें क्या गलत है ।
तो हम कह सकते हैं कि लॉक डाउन में लोग सोशल मीडिया पर बहुतायत में सक्रिय हो गए हैं।

सुषमा दिक्षित शुक्ला

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