कोरोना के सन्दर्भ में एक गीत - डॉ गोविन्द द्विवेदी


कोरोना का क़हर रोकना सबकी जिम्मेदारी है ।
जीना है तो घर पर रहना ही सबकी लाचारी है ।।

             ना  ही  टीका  नहीं  दवा है
             नहीं किसी पर इसे दया  है ।
             बहुत जरूरी हो तो निकलो,
             बाहर की विष भरी हवा  है ।।

धोते रहना हाथ लगाना मास्क कठिन बीमारी है ।
कोरोना का क़हर रोकना   सबकी जिम्मेदारी हैं ।।

                लॉकडाउन  पालन करना है ,
                खतरा बहुत  बड़ा  वरना है ।
                सोशलडिस्टेंसींग अपनाकर,
                सजग रहे तो  क्या डरना है ।।

सैनीटाइज करो चीजें तब  छूने में होशियारी है।
कोरोना का क़हर रोकना सबकी  जिम्मेदारी हैं।।

                धरती  के इन   भगवानों का,
                दयाशील  सब  धनवानों का ।
                पुलिस मीडिया साफ-सफाई ,
                करने  वाले   श्री   मानों  का ।।

 धन्यवाद ! उनका जिनकी इस रण में हिस्सेदारी है।
 कोरोना का क़हर  रोकना    सबकी  जिम्मेदारी है ।।

डॉ गोविन्द द्विवेदी
(  प्रवक्ता,  संस्कृत महाविद्यालय औरैया ) 

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