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विधा/विषय "पृथ्वी"
मैं धरा हूँ - कविता - सीमा वर्णिका
शुक्रवार, दिसंबर 10, 2021
बाहों में सृष्टि घिरी सरित सिंधु व गिरि शेषनाग शीर्ष धरी मैं धरा हूँ। सौरमंडल का ग्रह वारि भू मय विग्रह द्वय ध्रुव हिम संग्रह मैं ध…
पृथ्वी - कविता - निरंजन कुमार पांडेय
बुधवार, अप्रैल 22, 2020
(कविता-पृथ्वी) पर्वत ,नदियाँ ,सुंदर फुलवारी विभिन्न आकार के जीव -जंतुओं का बोझ ढोती है धात्री तुल्य पृथ्वी है फर्ज कि संत…